
ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है ? Green House Prabhav Kya Hai
Green house kya hai कई लोगो की मन में सवाल होता है तो आपको बता दे की ग्रीन हाउस एक प्राकृतिक घटना है। और यह हमारे पृथ्वी के वातावरण में होती है। और यह जब सूर्य से आने वाला प्रकाश हमारे पृथ्वीमे आती है
तब कुछ प्रकाश वापस चली जाती है और कुछ प्रकाश पृथ्वी के वातावरण में मिल जाता है। और इस प्रकाश को ग्रीन हाउस के द्वारा सोख लिया जाता है।
यानि की दोस्तों कुछ प्रकाश हमारे ग्रह के पेड़ पौधे द्वारा सोख लिए जाता है और इसके कारण ही पृथ्वी गर्म रहती है। और इसी घटना को हम green house effect कहते है।
ग्रीनहाउस प्रभाव ना हो तो क्या होगा ?
दोस्तों यह भी जानना जरुरी है की अगर ग्रीन हाउस की प्रभाव ना हो तो क्या होगा। आपको बता दे की अगर ग्रीन हाउस प्रभाव ना हो तो यानि की अगर ग्रीन हाउस प्रभाव हमारे पृथ्वी में नहीं होता और सभी प्रकाश वापस अंतरिक्ष में चला जाता तो। प्रकृति में कई सारे घटना होने लगते।
और सभी प्रकाश वापस अंतरिक्ष में जाने से पृथ्वी का तापमान सिर्फ 15 से 24 डिग्री के आस पास होता। और यह काफी ठण्ड होता।
और ऐसे में कई सारे पेड़ पौधे और जीव नहीं होते। यानि की दोस्तों इतने कम तापमान में इन सभी जीव को जीवन यापन करना मुश्किल होता है। और जीव तो जिन्दा नहीं रहते है। इसी लिए प्रकृति को सजाये रखने के लिए ग्रीन हाउस का एक अहम् भूमिका भी है
ग्रीन हाउस के फायदे ( green house Ke fayde )
- अगर ग्रीन हाउस का प्रभाव ना हो तो हमारे पृथ्वी का तापमान सही नहीं होता , इसी की वजह से पृथ्वी का तापमान मेन्टेन है
- ग्रीन हाउस प्रभाव के चलते पृथ्वी में ऋतू में बदलाव होता है
- ग्रीन हाउस प्रभाव पृथ्वी की तापमान को मेन्टेन रखता है
- पृथ्वी में बर्फ, तरल, और वाष्प है और ग्रीन हाउस प्रभाव के चलते यह सभी बारिश में बदल जाता है
ग्रीनहाउस प्रभाव का प्रभाव (Impact of the Greenhouse Effect )
जैसे की ग्रीन हाउस पृथ्वी के लिए फ़ायदेमदं है तो उतना ही दुष्परिणाम भी है जी हाँ दोस्तों आइये जानते है Green House Prabhav के बारे में
- दोस्तों लगातार पृथ्वी में ग्रीन हाउस गैस की मात्रा बढ़ती जा रही है और इसकी वजह से पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है और यह चिंता जनक है
- अगर ऐसे ही पृथ्वी का तापमान बढ़ता है तो आने वाले समय में काफी ज्यादा परेशानी हो सकता है
- तापमान बढ़ने की वजह से कई सारे परेशानी देखने को मिलती है जैसी की समय में बारिश ना होना , बारिश कम होना जैसे कई सारे समस्या है
- पृथ्वी में ग्रीन हाउस गैस की मात्रा बढ़ने की वजह से गर्म होने की वजह से ग्लेसियर भी पिघल रहे है
- काफी चिंता की बात है की अगर ऐसे ही तापमान बढ़ता है तो समुन्दर का पानी बढ़ने लगेगा , गर्म हवाएं चलने लगेगा और पिने की योग्य पानी नहीं मिलेगा
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निष्कर्ष
तो दोस्तों आजकी इस लेख में हमने ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है ? फायदे,नुकसान -Green House Prabhav Kya Hai इसके बारे में जाना है। ग्रीन हाउस प्रभाव अच्छा भी है और बुरा भी है , क्यो की ग्रीन हाउस के बिना कोई भी जीव, पौधा ग्रो नहीं हो सकता क्यो कम तापमान में ग्रो होने में समस्या हो सकता है और अगर ग्रीन हाउस प्रभाव ज्यादा हो जाये तो पृथ्वी गर्म होने लगती है इसके चलते कई सारे समस्या देखने को मिलता है। इसी लिए आजकी इस लेख हमने फायदे और बेफाइदे दोनों जाने है ,
FAQ
ग्रीनहाउस गैसों के कुछ उदाहरण क्या हैं?
जैसे की आपको बता दे की ग्रीनहाउस गैसों में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), मीथेन (CH4), नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) और फ्लोरिनेटेड गैसें शामिल होते हैं। और ये गैसें पृथ्वी के वायुमंडल में गर्मी को फँसाती हैं, जिससे ग्रीनहाउस प्रभाव में योगदान होता है।
मानवीय गतिविधियाँ ग्रीनहाउस प्रभाव में कैसे योगदान करती हैं?
आपको बता दे की मानवीय गतिविधियाँ ग्रीनहाउस प्रभाव में , जैसे कि जीवाश्म ईंधन को जलाना, वनों की कटाई करना और गहन कृषि, ग्रीनहाउस गैसों की महत्वपूर्ण मात्रा को वातावरण में छोड़ती हैं, और जिससे ग्रीनहाउस प्रभाव बढ़ता है। और इस कारण कई सारे समस्या देखने को मिलता है
ग्रीन हाउस गैस कौन कौन हैं?
कार्बनडाइऑक्साइड (सीओ 2), मीथेन (सीएच 4), नाइट्रस ऑक्साइड (एन 2ओ), हाइड्रोफ्लूरोकार्बन (एचएफसी), परफ्लूरोकार्बन (पीएफसी), सल्फर हेक्साफ्लोराइड (एसएफ 6) है